भारत में India Global Capability Centers (GCC) (GCC India) तेजी से बढ़ रहे हैं और इन सेंटरों में experts in global operations की जरूरत दिन-प्रतिदिन बढ़ती जा रही है। देश में लगभग 1,700 से ज्यादा ऐसे सेंटर हैं, जहां 20 लाख से ज्यादा पेशेवर काम कर रहे हैं। अनुमान है कि 2030 तक यह संख्या 25-28 लाख तक पहुँच सकती है।
जीसीसी में रिक्त पद
अभी इन सेंटरों में 3,500 specialist vacancies in India GCC हैं। इसका मतलब यह है कि ग्लोबल कंपनियां भारतीय टैलेंट पर भरोसा कर रही हैं। आज जीसीसी सिर्फ अंतरराष्ट्रीय सहयोग तक सीमित नहीं हैं, बल्कि ये end-to-end business solutions और उत्पाद विकास में भी अहम भूमिका निभा रहे हैं।
भारत का टैलेंट पूल
भारत में 6 लाख से अधिक professionals in capability centers India कार्यरत हैं, जो ग्लोबल टैलेंट का करीब 16% हिस्सा हैं। विशेषज्ञों की संख्या के मामले में भारत अमेरिका के बाद दूसरे स्थान पर है। भविष्य में यह संख्या दोगुनी होकर लगभग 12.5 लाख तक पहुँच सकती है।
बिजनेस और अर्थव्यवस्था पर असर
जीसीसी की बढ़ती संख्या और विशेषज्ञों की मांग यह दर्शाती है कि ये केंद्र वैश्विक कंपनियों की आवश्यकताओं को पूरा करने में महत्वपूर्ण हैं। वर्तमान में ये सेंटर supply chain management India और ग्राहक संचालन, उत्पाद वितरण जैसे काम संभाल रहे हैं। अगले 5 सालों में यह सेक्टर भारत की GDP में लगभग 3.5% योगदान कर सकता है।
भारत क्यों है पसंदीदा
भारत का स्टार्टअप और प्रोडक्ट डेवलपमेंट इकोसिस्टम मजबूत टैलेंट तैयार कर रहा है। यही वजह है कि ग्लोबल कंपनियों की रुचि लगातार बढ़ रही है और भारत preferred destination for global capability centers बन गया है।